भ्रष्टाचार के मामले के बाद कैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा IAS नीरज के. पवन को!
जयपुर, राजस्थान के IAS ऑफिसर नीरज के. पवन की बहुत दिनों बाद मुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं। अभी तजा खबरें ये आ रही की नीरज पवन के पुराने भ्रष्टाचार मामले में केंद्र सरकार फिर से उन पर सिकंजा कासा है। लेकिन आप सभी को पता है पहले भी भ्रष्टाचार मामले में हाई कोर्ट ने भी उनको रिहा कर दिया था। नीरज के. पवन नवगठित संभाग बांसवाड़ा के संभागीय आयुक्त हैं। वे पहले हर पार्टी की सरकार में शीर्ष पदों पर रहे हैं। वे कांग्रेस और भाजपा दोनों सरकारों के दौरान सबसे लोकप्रिय अधिकारियों में से रहे हैं।
एहि नहीं IAS नीरज के. पवन ने लोगो के बिच लोकप्रिय होने की वहज है। क्योकि नीरज के कई बहुत अच्छे काम किये है।
गुर्जर आंदोलन के दौरान वे प्रमुखता से उभरे
जहा पूरा सिस्टम गुर्जर आंदोलन की वहज से हिला हुआ था वहा IAS नीरज के. पवन एक अच्छी भूमिका निभाई। पहेली बार उसी दौरान सुर्खियों में आए थे। गुर्जर आंदोलन कई महीनों तक चला और गुर्जर समाज पटरियों पर बैठे हुए थे। हाईवे और ट्रेने जाम कर दी गई थी। तब कई बार नीरज के. पवन उनके पास जा कर बात करते है। एक मेडियरटेर की तरह पूरा मामला सभाला। इन सब के कारण सरकार के पसंदीदा अफसर की गिनती में शामिल हो गए।
Comments
Post a Comment